मैं खोल देता हूँ!
एक शराबी ने एक दिन कुछ ज्यादा ही पी ली, लड़खड़ाते क़दमों से वह किसी तरह अपने घर पहुंचा और जेब से चाबी निकालकर ताला खोलने लगा!
नशा ज्यादा होने पर वह चाबी को ताले मे डाल नही पा रहा था, चाबी कभी इधर हो जाती कभी उधर, उसे परेशान देखकर एक सज्जन ने उसकी मदद करनी चाही पास आकर सज्जन बोला लाओ ताला मै खोल लेता हूं!
शराबी ने कहा नही ताला तो मै खुद ही खोल लूंगा तुम केवल दरवाजे को पकडकर खडे रहो!
नशा ज्यादा होने पर वह चाबी को ताले मे डाल नही पा रहा था, चाबी कभी इधर हो जाती कभी उधर, उसे परेशान देखकर एक सज्जन ने उसकी मदद करनी चाही पास आकर सज्जन बोला लाओ ताला मै खोल लेता हूं!
शराबी ने कहा नही ताला तो मै खुद ही खोल लूंगा तुम केवल दरवाजे को पकडकर खडे रहो!
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